पहलगाम हमले को लेकर पूरे भारत ही नहीं अमेरिका-रूस सहित दुनिया के कई देशों में आक्रोश है. देश के कई हिस्सों में कैंडल मार्च के जरिए इसका विरोध भी किया जा रहा है. वहीं इस हमले को लेकर पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में पर्यटकों के मारे जाने पर शोक जाहिर करता है. इस हमले में 28 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हमले के बारे में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम अनंतनाग जिले में हुए हमले में पर्यटकों की जान जाने से चिंतित हैं. हम मृतकों के घरवालों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटन स्थल पर मंगलवार को आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें निहत्थे लोगों की हत्या कर दी गई. इसमें 2 विदेशी पर्यटक और एक स्थानीय नागरिक सहित कुल 28 लोगों की मौत हो गई.
क्या है भारत का रुख?
पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी जब सऊदी से भारत लौटे तो उन्होंने पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं किया. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंक के खिलाफ भारत नहीं झुकेगा और दोषियों को इसकी सजा मिलकर रहेगी. सूत्रों के मुताबिक, भारत पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद कर सकता है. साथ ही वीजा पर रोक लगा सकता है. साथ ही भारत यून को भी इस मसले पर ब्रीफ कर सकता है. यानी भारत की नाराजगी साफ तौर पर बहुत ज्यादा है वो पाकिस्तान पर आर्थिक, राजनीतिक तौर पर दबाव बना सकता है.
वहीं रक्षा मंत्रालय की बैठक का आयोजन भी आज ही किया गया, जिसमें तीनों सेना के प्रमुखों ने अपनी-अपनी तैयारियों को लेकर भी चर्चा की है. सेना की ओर से जम्मू कश्मीर और एलओसी के इलाकों पर अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं. जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, तब तक वहां अलर्ट जारी रहेगा.