जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले पर बांग्लादेश ने बयान जारी किया है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा करने के साथ-साथ आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता का दावा किया है. इस बयान के बाद सवाल उठ रहा है कि बांग्लादेश अपने देश में होने वाली हिंदू विरोधी हिंसाओं पर एक्शन ले नहीं रहा है और भारत में हुए हमले पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ देने का दावा कर रहा है.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय की और जारी बयान में कहा गया, “बांग्लादेश भारत के जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप निर्दोष लोगों की दुखद मौत हुई है. बांग्लादेश पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है और हिंसा के इस मूर्खतापूर्ण कृत्य से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हार्दिक सहानुभूति व्यक्त करता है.
बयान के आखिर में ये भी लिखा है कि बांग्लादेश आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराता है.
विश्व ताकतों ने की निंदा
इस आतंकी हमले के बाद दुनिया के कई देशों ने इसकी निंदा की ही है. अमेरिका, रूस, सिंगापुर, यूएई, चीन समेत कई देश ने बयान जारी कर पीड़ित परिवारों के साथ अपनी सहानुभूति दिखाई है, साथ ही इस मुश्किल घड़ी में भारत के साथ खड़े रहना की बात कही है.
बांग्लादेश में हिंदू विरोधी हमले
पिछले साल अगस्त में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं. खबरों के मुताबिक कई हिंदू धार्मिक स्थलों पर भी हमले हुए हैं, जिसको लेकर कई संगठनों ने विरोध जताया है. भारत के लगातार विरोध करने के बाद भी यूनुस सरकार ने इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.